
बिहार के मुख्य मंत्री पहुंचे सुखी यह दृश्य सुखी सायफन खजौली के समीप स्थित है। मुख्यमंत्री जी हेलीकॉप्टर से आए और केवल 7 मिनट का समय दिया। उन्होंने 400 करोड़ के सुलिस गेट का शिलान्यास किया और फिर तुरंत चले गए। जिस तरह पिपरा घाट पुल के निर्माण में धन की बर्बादी हुई, उसी तरह यहां भी पैसे का सही उपयोग नहीं होगा। केंद्र से मिलने वाले फंड का सही तरीके से उपयोग नहीं हो रहा है।
लगभग 6 बीजेपी कार्यकर्ता, 25 जदयू कार्यकर्ता और 15 अन्य व्यक्तियों को कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति दी गई, जबकि प्रशासनिक अधिकारियों की भीड़ भी मौजूद थी। कार्यक्रम की देखरेख स्थानीय विधायक मीणा कामत के जिम्मे थी।
यह दृश्य सुखी सायफन खजौली के निकट का है। मुख्यमंत्री जी हेलीकॉप्टर से उतरे और केवल 7 मिनट का समय दिया। उन्होंने 400 करोड़ के सुलिस गेट का शिलान्यास किया और तुरंत वापस उड़ गए। जिस प्रकार पिपरा घाट पुल की लंबाई बढ़ाकर धन की बर्बादी की गई, उसी तरह यहां भी पैसे की बर्बादी होने की संभावना है। केंद्र से आने वाले धन का सही उपयोग नहीं हो रहा है।
लगभग 6 बीजेपी कार्यकर्ता, 25 जदयू कार्यकर्ता और 15 अन्य व्यक्तियों को कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति दी गई, जबकि प्रशासनिक अधिकारियों की भीड़ थी। कार्यक्रम की जिम्मेदारी स्थानीय विधायक मीणा कामत के पास थी।
स्थानीय कार्यकर्ताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री जी आए और जिन योजनाओं का शिलान्यास किया, उनकी गुणवत्ता की जांच करते हुए उन्होंने क्षेत्र की विभिन्न संस्थाओं का भी निरीक्षण किया। इससे उन्हें यह समझ में आया कि केंद्र के धन का राज्य सरकार और बिहार सरकार के कर्मचारियों द्वारा किस तरह से दुरुपयोग किया जा रहा है।
साथ ही, एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें एक कार्यकर्ता विधायक साहिबा को अपशब्द कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, पूरा वीडियो देखें।