(मधुबनी) गोपाल कुमार: जिले के ऐतिहासिक स्थल कमलादित्य स्थान के समीप एक निजी तालाब की खुदाई के दौरान काले पत्थर से निर्मित भगवान विष्णु की प्रतिमा मिली है। यह तालाब प्रशांत कुमार चौधरी के स्वामित्व में है। खुदाई के दौरान मिली इस प्राचीन मूर्ति को फिलहाल कमलादित्य स्थान के मंदिर में स्थापित कर दिया गया है।
कमलादित्य स्थान मिथिला के इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। यह स्थान कर्णाट वंश के संस्थापक और मिथिला के पहले राजा नान्यदेव की ऐतिहासिक विरासत से जुड़ा हुआ है। यहां स्थित तालाबों और आस-पास की भूमि से समय-समय पर प्राचीन मूर्तियां मिलती रही हैं।
इस बार तालाब से मिली भगवान विष्णु की प्रतिमा की खबर जैसे ही फैली, स्थानीय लोगों में उत्साह फैल गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए कमलादित्य स्थान पर जुटने लगे हैं।
*कमलादित्य स्थान का ऐतिहासिक महत्व*
यह स्थल न केवल धार्मिक, बल्कि ऐतिहासिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्षेत्र में पहले भी आसपास के तालाबों से कई प्राचीन मूर्तियां प्राप्त हुई हैं, जिन्हें विभिन्न स्थानों पर संरक्षित किया गया है। कमलादित्य स्थान के तालाब और मंदिर मिथिला की प्राचीन संस्कृति और धरोहर को जीवित रखते हैं।
प्रतिमा मिलने के बाद से क्षेत्र के लोग इस स्थल के संरक्षण और ऐतिहासिक महत्व को संरक्षित करने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने मामले की जानकारी ली है और इस स्थल को ऐतिहासिक धरोहर घोषित करने की दिशा में कदम उठाने पर विचार किया जा रहा है।