🏵️ 151 कन्याओं की भव्य कलश यात्रा से गूंजा हाट परसा गांव — सलहेश पूजा में उमड़ा आस्था का सैलाब
📍 हरलाखी, मधुबनी | 📅 अप्रैल 2025
🔸 प्रस्तावना
मधुबनी जिले के हरलाखी प्रखंड स्थित हाट परसा गांव में इस बार की सलहेश पूजा बेहद भव्य और श्रद्धा से परिपूर्ण रही। गांव की गलियों में 151 कन्याओं के कदमों से सजी कलश शोभायात्रा ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बना, बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक एकता का भी संदेश लेकर आया।
🔸 तीन दिवसीय आयोजन की शुरुआत
पूजा और मेले का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला परिषद सदस्य रीना देवी, समाजसेवी गोपाल मंडल, और वार्ड सदस्य घूरण मंडल सहित अन्य गणमान्य लोगों ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। इसके बाद श्रद्धालुओं के बीच उत्साह और भावनात्मक ऊर्जा का अद्भुत संचार देखने को मिला।
🔸 कलश शोभायात्रा: कन्याओं की अद्भुत आस्था
गांव की 151 कन्याएं पूजा स्थल से कलश लेकर निकलीं और पारंपरिक वाद्ययंत्रों की गूंज के साथ पूरे गांव में ब्रह्म स्थान की परिक्रमा करती हुईं महादेव मंदिर पहुंचीं। वहां स्थित पवित्र तालाब से जल भरने के बाद सभी कन्याएं वापस पूजा स्थल लौटीं।
👉 वहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पंडितों द्वारा सभी कलशों की स्थापना विधिवत कराई गई।
🔸 "राजा सलहेश की जय!" से गूंजा गांव
पूरे आयोजन के दौरान गांववासियों की जुबां पर बस एक ही नारा था — "राजा सलहेश की जय!" बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर कोई इस पारंपरिक आयोजन का भाग बना और समर्पण भाव से इसमें हिस्सा लिया।
🔸 पूजा समिति की भूमिका
पूजा कमिटी के अध्यक्ष मनोज पासवान, कोषाध्यक्ष राम आशीष पासवान, सचिव राम हृदय पासवान, और अन्य सक्रिय सदस्यों — रमण पासवान, जयकुमार पासवान, चंदन पासवान, अशोक पासवान आदि ने बताया कि यह पूजा वर्षों से चली आ रही परंपरा है, जो ग्राम वासियों के सामूहिक सहयोग से होती है।
🔸 सांस्कृतिक महत्व और सामाजिक एकता
यह आयोजन केवल पूजा नहीं बल्कि मिथिला की सांस्कृतिक विरासत और सामूहिकता की शक्ति का प्रतीक है। इस तरह की गतिविधियाँ ग्रामीण युवाओं में संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाती हैं और समाज को एकजुट करती हैं।