घासोत में विवाहिता की गला दबाकर हत्या: मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया, पुलिस की जांच जारी
आज 16 फरवरी 2025 को मनसापुर के घासोत गांव में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घटना के बाद, मृतका के परिवार ने गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाया है, जबकि पुलिस इसे बीमारी से हुई मौत मान रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा है, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के वास्तविक कारण का खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
*"घासोत में विवाहिता की गला दबाकर हत्या: मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया, पुलिस की जांच जारी"*
*मनसापुर, घासोत:*
आज 16 फरवरी 2025 को मनसापुर के घासोत गांव में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घटना के बाद, मृतका के परिवार ने गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाया है, जबकि पुलिस इसे बीमारी से हुई मौत मान रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा है, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के वास्तविक कारण का खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
मृतका की पहचान अनुराधा कुमारी के रूप में हुई है, जो सीतामढ़ी जिले के बेलसंड थाना क्षेत्र के रुपौली गांव के कृष्णानंद शर्मा की पुत्री थीं। उनका विवाह घासोत गांव के एक व्यक्ति से हुआ था। मृतका के पिता कृष्णानंद शर्मा ने बताया कि उनकी बेटी को उसकी ससुराल वालों ने ₹300,000 की मांग की थी और न देने पर उसे हत्या की धमकी भी दी गई थी। इसके बाद, अनुराधा कुमारी अपने पति के घर में असुरक्षित महसूस कर मायके चली गई थीं। लेकिन कुछ दिनों बाद, उनके नाना के बुलाने पर वह फिर से अपने ससुराल लौट आईं।
घटना के दिन, मृतका की गोद में 8 माह की बच्ची भी थी, जो अब अनाथ हो गई है। मृतका के मायके वालों का आरोप है कि ससुराल पक्ष ने उनकी बेटी को मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी थी, जिससे उसका जीवन कठिन हो गया था। इस बीच, पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है और सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा। इस मामले में अभी तक किसी भी गिरफ्तारी की सूचना नहीं है, लेकिन पुलिस ने आश्वासन दिया है कि न्याय की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
*समाज में बढ़ती हिंसा और महिला सुरक्षा पर चिंता:*
बिहार में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा और हत्याओं को देखते हुए यह घटना एक और दुखद उदाहरण बन गई है। महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने के लिए कठोर और सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है। ऐसी घटनाओं को देखते हुए, यह साफ है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा के लिए और अधिक जागरूकता, ठोस कदम और कानून व्यवस्था की सख्ती की जरूरत है।
मृतका के परिवार ने इस मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की है ताकि मामले की गहराई से जांच हो सके और वास्तविक दोषियों तक पहुंचा जा सके। उनके अनुसार, इस मामले में न्याय मिलने तक किसी भी प्रकार की रफा-दफा नहीं होनी चाहिए। परिवार ने सरकार से यह भी अनुरोध किया है कि इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए प्रभावी कानून बनाए जाएं, ताकि अन्य महिलाओं को भी सुरक्षा का अहसास हो सके।
*निष्कर्ष:*
इस प्रकार की हत्याओं की घटनाओं को लेकर समाज में गहरी चिंता है। सरकार को चाहिए कि वह महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर ठोस कदम उठाए। इस घटना में मृतका के परिवार को न्याय मिले और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, यह हर नागरिक की आशा है।
*समाप्त*