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मुजफ्फरपुर बंद: मंदिर तोड़ने के विरोध में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, प्रशासन हाई अलर्ट

भाजपा सरकार पर उठे सवाल – क्या सनातन के मुद्दे सिर्फ चुनाव तक सीमित हैं?

🚨 मुजफ्फरपुर बंद: मंदिरों के तोड़े जाने के विरोध में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, प्रशासन अलर्ट मोड में

मुजफ्फरपुर, बिहार: मुजफ्फरपुर जंक्शन पर दो पुराने मंदिरों को तोड़े जाने के विरोध में आज हिंदू संगठनों द्वारा मुजफ्फरपुर बंद का आह्वान किया गया है। इसको लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क मोड में है। शहर के हर कोने में पुलिस बल, RPF, GRP और अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके। खासतौर पर मुजफ्फरपुर जंक्शन के पश्चिमी छोर पर स्थित मस्जिद की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।

📌 मंदिर तोड़े जाने पर बवाल, हिंदू संगठनों ने किया प्रदर्शन

बता दें कि मुजफ्फरपुर जंक्शन पर दो मंदिरों को तोड़े जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसके विरोध में हिंदू संगठनों ने आज मुजफ्फरपुर बंद का आह्वान किया, जिसे लेकर शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 670 पुलिसकर्मी और सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ-साथ 67 जगहों पर मजिस्ट्रेट को भी तैनात किया गया है।

🛑 प्रशासन मुस्तैद, फ्लैग मार्च के जरिए माहौल पर नजर

नगर SDPO विनीता सिन्हा के नेतृत्व में विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च निकाला गया। पुलिस की पैनी नजर पूरे शहर में है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।

⚖️ भाजपा पर सवाल: सिर्फ चुनावी मुद्दा या हिंदू हितों की अनदेखी?

मंदिर तोड़े जाने की इस घटना ने भाजपा और NDA सरकार पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल यह है कि –

क्या हिंदुओं का वोट और मंदिर का मुद्दा सिर्फ चुनावी समय तक सीमित रहता है?

जब मुजफ्फरपुर जंक्शन का विस्तार कार्य हो रहा था तो सिर्फ मंदिरों को ही क्यों तोड़ा गया?

बगल में स्थित मजार को क्यों नहीं हटाया गया?

हिंदू संगठनों का आरोप है कि भाजपा सरकार सिर्फ चुनाव के समय हिंदुओं को याद करती है और धार्मिक स्थलों पर हो रहे अन्याय के समय चुप्पी साध लेती है।

📣 विश्व हिंदू परिषद की मांग: मंदिर का पुनर्निर्माण हो

विश्व हिंदू परिषद (VHP) और अन्य हिंदू संगठनों ने मांग की है कि –

➡️ रेलवे प्रशासन अपने खर्च पर मंदिरों का पुनर्निर्माण कराए।

➡️ अगर जगह की कमी है तो सिर्फ मंदिरों पर बुलडोजर क्यों चला? मजार को क्यों नहीं हटाया गया?

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🏛️ मंदिर हटाने का निर्णय: क्या BJP सरकार की विफलता?

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि रेलवे मंत्रालय भाजपा के अधीन है और बिहार में भी NDA सरकार है, इसके बावजूद सनातन धर्म के धार्मिक स्थलों को तोड़ा जाना हिंदू समाज के साथ अन्याय है। अगर हिंदू संगठनों की मांगें पूरी नहीं की गईं तो यह मुद्दा बड़ा आंदोलन बन सकता है।

क्या भाजपा के स्थानीय विधायक और सांसद ने उठाई आवाज?

प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया कि –

✔️ क्या भाजपा के स्थानीय विधायक और सांसद ने इस मुद्दे पर आवाज उठाई?

✔️ क्या हिंदू धर्मस्थलों को तोड़ना विकास का हिस्सा है?

🕉️ हिंदू संगठनों की चेतावनी: अगर न्याय नहीं मिला तो होगा बड़ा आंदोलन

विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर मंदिर का पुनर्निर्माण और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की गई तो मुजफ्फरपुर बंद का यह विरोध एक बड़ा आंदोलन का रूप ले सकता है।

🗣️ जनता से सवाल:

क्या भाजपा सरकार सनातन धर्म के धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए गंभीर है या फिर यह मुद्दा सिर्फ चुनाव तक सीमित रहेगा? अपनी राय कमेंट सेक्शन में जरूर दें।

🏷️ टैग्स:

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मुजफ्फरपुर बंद: मंदिर तोड़ने के विरोध में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, प्रशासन हाई अलर्ट
Basopattitaknews 22 March 2025
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