स्थानीय बासोपट्टी में आर के क्लासेज एवं चाणक्य पब्लिक स्कूल
कौआह रोड भगवती टोल के दसवीं के छात्र-छात्रों के लिए सिनेमा हॉल के समीप गिरिजा पैलेस विवाह भवन में शुक्रवार को फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया।

विद्यार्थियों की विदाई समारोह में उल्लास और प्रेरणा का संगम
स्थानीय बासोपट्टी में आर के क्लासेज और चाणक्य पब्लिक स्कूल के दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए शुक्रवार को गिरिजा पैलेस विवाह भवन में एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने मिलकर एक यादगार शाम का आनंद लिया, जो न केवल विदाई का प्रतीक था, बल्कि भविष्य की नई संभावनाओं का स्वागत भी था।
इस समारोह का उद्घाटन कोचिंग के संस्थापक रविन्द्र कुमार मंडल, दीपक कुमार, अमरनाथ जी, श्रेया कुमारी, गोपाल कुमार, सोनू झा, सरिता कुमारी और मोनी कुमारी ने मिलकर दीप प्रज्वलित करके किया। दीप जलाने के साथ ही सभी ने एक-दूसरे के प्रति शुभकामनाएँ प्रकट कीं, जो इस नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक था।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत दसवीं कक्षा के छात्रों स्वेता कुमारी, प्रीति कुमारी, अरविंद कुमार, रौशनी कुमारी, संजना कुमारी, रिशव कुमार, सविता साह, ज्योति कुमारी, नंदनी कुमारी, शुभम कुमार, कन्हैया कुमार, राजनंदनी कुमारी, सत्यम कुमार और रोहन कुमार द्वारा स्वागत गीत के साथ हुई। छात्रों ने हिप-हॉप डांस की एक उत्कृष्ट प्रस्तुति देकर माहौल को जीवंत बना दिया, जिससे सभी दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।
इसके पश्चात, संजना और ज्योति ने एक मनमोहक लोक नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने सभी को अपनी सांस्कृतिक धरोहर की याद दिलाई। ग्यारवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों ने अपने अनुभव साझा करते हुए जूनियर साथियों को लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने बताया कि कैसे कठिनाइयों का सामना करते हुए उन्होंने अपने सपनों को साकार किया और अपने अनुभवों से सीखी गई महत्वपूर्ण जीवन की शिक्षाओं को साझा किया।
इस विदाई समारोह में ग्यारवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का सिलसिला शाम चार बजे तक जारी रहा। कार्यक्रम में हास्य-व्यंग्य, नृत्य, गीत, एकांकी और सामाजिक मुद्दों पर आधारित प्रस्तुतियाँ शामिल थीं। बच्चों ने हर प्रस्तुति को बेहतरीन तरीके से पेश किया, जिससे दर्शकों की सराहना प्राप्त हुई।
इस अवसर पर निदेशक रविन्द्र सर ने छात्रों को सफलता का मंत्र देते हुए कहा, “एक विचार को चुनो और उसे अपने जीवन का आधार बना लो। उसी पर ध्यान केंद्रित करो और उसी के सपने देखो। उस विचार से अपने मस्तिष्क, पेशियों, कोशिकाओं और शरीर के हर हिस्से को भर दो और अन्य विचारों को छोड़ दो। यही सफलता का मार्ग है।” उन्होंने छात्रों को यह भी बताया कि जीवन में चुनौतियों का सामना करना आवश्यक है और हर अनुभव से सीखना चाहिए।
इस प्रकार, विदाई समारोह ने सभी के दिलों में एक नई ऊर्जा और प्रेरणा भर दी, जिससे छात्रों ने अपने भविष्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने का संकल्प लिया। यह कार्यक्रम न केवल विदाई का प्रतीक था, बल्कि एक नई शुरुआत की ओर अग्रसर होने का भी संकेत था।